Tuesday, September 12, 2017

'समोसा मिसाइल'. कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना की जवाबी कार्रवाई में अभिनव प्रयोग.

 (1.5 मिनट में पढें)
कश्मीर घाटी में आप कहीं भी चले जायें. एक आम नजारा दिखेगा. दिवारों पर स्प्रे पेंट से लिखे नारे. भारत सरकार के खिलाफ. सेना का मजाक. आतंकियों का महिमामंडन. आजकल हिज्बुल मुजाहिद्दीन आतंकी व अल कायदा का भारतीय प्रमुख माने जाने वाले जाकिर मुसा का नाम 'मुसा भाई' दिवार दर दिवार पेंट किया हुआ दिख रहा है. खसकर, बडगाम जिले में. राष्ट्रीय राइफल के एक युवा कंपनी कमांडर ने निर्णय लिया कि इसका जवाब उसी की भाषा में दिया जाए. स्प्रे के बदले स्प्रे. बिल्कुल नये अंदाज में. जिन दिवारों पर अंग्रेजी के बड़े अक्षरों में 'मुसा भाई' लिखा था. वहां उसमें कुछ बदलाव किया गया. दो नये अक्षरों (एस और ए ) को जोड़ कर और एक में बदलाव (यू को ओ ) कर. दिवारों पर अब 'मुसा भाई' की जगह 'समोसा भाई' पढा जाने लगा है. बडगाम के लोगों ने जब सुबह दिवारों पर 'समोसा भाई' लिखा देखा तो अपनी हंसी न रोक पाये. यह चर्चा का विषय बना हुआ है. एक सैन्य अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, 'कोई भी दिवार छुटा नहीं पाया गया. जिसमें जाकिर मुसा का नाम स्प्रे पेंट नहीं किया गया हो. पहले, हमने सोचा कि जैसे हम अक्सर करते हैं कि इसे मिटा दिया जाये. लेकिन, बाद में हमें आइडिया आया कि क्यों न हम इसका जवाब अलग ढंग से दें. यह एक दिलचस्प प्रयोग रहा. इससे हमारे जवानों का मनोबल भी बढा. आप निकट भविष्य में ऐसे कई और अभिनव प्रयोग कश्मीर घाटी में दखेंगे.'
संदर्भ साभार - DNA

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