Thursday, September 21, 2017

मोदीजी बडी नाइंसाफी है. यहां एक वाइन शॉप खोल दें...

...  यहां की सड़कें भी बन गईं. स्कूल भी बन गये. काॅलेज भी बन गये. अब यहां अनंतनाग में एक वाइन शॉप भी खुलना चाहिए. लड़कों को श्रीनगर जाना पड़ता है. दिन भर दो सौ यहां से किराया, सौ वहां से किराया. एक बोतल के लिए श्रीनगर जाते हैं. यह नाइंसाफी है. श्रीनगर के लिए वाइन शॉप और अनंतनाग के लिए नहीं. इसलिए मैं गवर्नमेंट से अपील करता हूं, मोदीजी को अनंतनाग में एक वाइन शॉप खोलें. ताकि यहां के लड़कों को सहुलियत मिले. यहां पांच सौ रुपये बेचते हैं, ब्लैक में दारू. वहां ढाई सौ रुपये में लातेे हैं और यहां पांच सौ में बेचते हैं. यहां अंजार बननी चाहिए...  पार्क बननी चाहिए... पुलें बननी चाहिए... यहां अमन और तरक्की होनी चाहिए. यहां गाना-साना होना चाहिए....

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