Wednesday, October 18, 2017

वह नोबेल विजेता भारतीय वैज्ञानिक, जिसकी एक क्लास के सभी छात्रों को भी यह सम्मान मिला...

(2.5 मिनट में पढ़ें )
---एक ही परिवार के दो सदस्य भी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित---
वह तो खुद नोबेल पुरस्कार विजेता बने ही, साथ ही उनकी एक क्लास के सभी छात्र भी इस पुरस्कार से सम्मानित हुए. इतना ही नहीं उनके परिवार से दो सदस्य चाचा-भतीजे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हुए. आज उन्हीं महान वैज्ञानिक का जन्म दिवस है. डॉ॰ सुब्रमण्यम चंद्रशेखर का जन्म 19 अक्टूबर, 1910 को लाहौर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था. भारतीय लोग हमेशा से ही भौतिकी की मुख्य धारा में रहे हैं. हमारे युवाओं के लिए यह जानना बहुत जरुरी है कि भौतिकी में हमारे दो वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार प्राप्त हो चुका है, जिनमें सीवी रमन को साल 1930 में और सुब्रमण्यम चंद्रशेखर को 1983 में यह सम्मान मिला. एस चंद्रशेखर, सीवी रमन के भतीजे थे. 24 वर्ष की अल्पायु में सन् 1934 में ही उन्होंने तारे के गिरने और लुप्त होने की अपनी वैज्ञानिक जिज्ञासा सुलझा ली थी. इस खोज के लिए उन्हें लगभग 50 साल का लंबा इंतजार करना पडा, नोबेल पुरस्कार पाने के लिए. अब दिलचस्प बात उनकी क्लास और उसके सभी छात्रों को नोबेल मिलने की. 1940 दशक के मध्य में एस चंद्रशेखर लगभग 110 किमी खुद गाडी ड्राइव कर विलियम्स बे से शिकागो यूनिवर्सिटी जाया करते थे. यह सिलसिला हफ्ते दर हफ्ते चलता रहा. वह अपना बेशकीमती समय व उर्जा खर्च अपने क्लास के छात्रों को पढाने के लिए कर रहे थे. इस क्लास में दो ही छात्र थे. लेकिन, जब 1957 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा हुई, तो उनकी क्लास के सभी यानी दोनों छात्रों का नाम इसमें शामिल रहे. मेसर्स ली और यंग. इसके 26 साल बाद खुद सुब्रमण्यम चंद्रशेखर को यह पुरस्कार मिला.

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