Friday, October 20, 2017

इजरायली -फिलिस्तीनी किसान 'ऑलिव ऑयल' से बना रहे हैं शांति की राह

गुड न्यूज़ (2 मिनट में पढ़ें )
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जानी दुश्मनी के कई किस्से आपने सुने होंगे. खूनी इतिहास के बीच क्या ऐसे में दोनों मुल्क साथ मिलकर कोई एक काम भी कर सकते हैं? लेकिन, दोनों देशों के बीच कुछ किसान शांति का दूत बन कर उभरे हैं. और जरिया बना है, ऑलिव आॅयल (जैतून का तेल ). 'द नियर इस्ट फाउंडेशन प्रोजेक्ट' के तहत बाॅर्डर के इतर दोनों मुल्कों के किसान तेल पैदावार व इसके व्यापार में बढोतरी लाने की दिशा में आगे बढे हैं. फाउंडेशन के फिलिस्तीनी प्रमुख सलाह अबू इशेह के अनुसार, यूएयएड द्वारा फंडेड यह प्रोजेक्ट दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के जरिए शांति बहाली का एक जरिया बनकर उभरा है. दोनों मुल्कों के किसान व व्यापारी आॅलिव आॅयल को लेकर एक मंच पर आते दिख रहे हैं. इजरायल के लगभग 90 गांव के 2000 आॅलिव आॅयल उत्पादक, 25 मिल मालिक और 50 व्यापारी इस प्रोजेक्ट से जुडे हैं. एक फिलिस्तीनी किसान सोमाया स्वालमेह कहते हैं, इजरायली किसान आॅलिव आॅयल के उत्पादन में बेजोड हैं, इसलिए हम उनसे काफी कुछ सीख सकते हैं. दोनों देश के बाजार भी लगभग एक हैं, जहां यह तेल बेचा जाता है. तमाम झगडों के बीच दोनों मुल्कों के बीच बाॅर्डर पार व्यापार समझौता कायम है. आॅलिव आॅयल का उत्पादन और व्यापार वह बेहतरीन जरिया बन कर उभरा है, जिसके तहत दोनों देशों के लोगों के बीच बात-मुलाकात होने लगी है. शांति बहाली के लिए बात-मुलाकात एक अहम कडी है. कही बात पार भरोसा नहीं तो वीडियो देखने के लिए इस लिंक को चटकाएं- https://youtu.be/94frt6YtadU
source - goodnews.network   

No comments:

Post a Comment

इस खबर पर आपका नजरिया क्या है? कृप्या अपने अनुभव और अपनी प्रतिक्रिया नीचे कॉमेंट बॉक्स में साझा करें। अन्य सुझाव व मार्गदर्शन अपेक्षित है.

मंत्रीजी, होम क्वरंटाइन में घुमे जा रहे हैं

 बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री कोरोनाकाल में अश्वनी चैबे की जिम्मेवारियां काफी बढ जानी चाहिए। क्योंकि आम लोग उनकी हरेक गतिविधियों खासक...