Sunday, August 6, 2017

फेसबुक अकाउंट, आधार कार्ड से लिंक क्यों नहीं होना चाहिए ?

फेसबुक न्यूज.. 
इयू–एशिया न्यूज के नई दिल्ली संपादक पुष्प रंजन ने एक बेहतरीन सुझाव दिया है. उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर सवाल करते हुए पोस्ट लिखा है, 'फेसबुक अकाउंट, आधार कार्ड से लिंक क्यों नहीं होना चाहिए? फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर करोड़ों की संख्या में फ़र्ज़ी अकाउंट्स खुल चुके हैं. अपने देश में तो इनका भयानक दुरुपयोग हो रहा है. राजनेता, टीवी वाले, फिल्म कलाकार, इंटरटेनर, प्रोडक्ट बेचने वाले, और स्वनामधन्य कवि-साहित्यकार तक फ़र्ज़ी "like" व टिप्पणियों के माध्यम से इमेज बिल्डिंग में लगे हुए हैं. किसी राजनीतिक विरोधी को निपटाना है, तो दे दनादन गाली और अपने नेता को महान बनाना है तो दे ताली ! इस धंधे में कॉल सेंटर वाले देश के हर कोने से लगे हुए हैं. करोड़ों फ़र्ज़ी अकाउंट्स संचालित करने वाले ट्विटर-फेसबुक हैंडलर नेताओं के तो चौबीस घंटे के ख़रीदे गुलाम हैं. जब मोबाइल फोन सेवा को आधार कार्ड से जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया हैं, तो फेसबुक-ट्विटर-इंस्टाग्राम क्यों नहीं ?'
इस सलाह को अमल में लाया गया तो सोशल साइट्स से जुडी कई अन्य समस्याएं भी कमत्तर हो जाएंगी. खासकर युवतियों व महिलाओं को आने वाली समस्याएं. वैसे संकेत मिल रहे हैं कि सरकार इस दिशा में कुछ सोच रही है. कयास लगा सकते हैं कब तक. इस विचार पर आये कमेंट पर भी गौर फरमायें. महेश खरे, ' अगर ऐसा हो गया तो सोशल मीडिया में टिप्पणी सोच समझकर आने लगेगी. जरूर होना चाहिए.' खुद पुष्प रंजन ने कमेंट किया,'"शब्दों की पत्थरबाज़ी" बहुत हद तक समाप्त हो जाएगी !'

No comments:

Post a Comment

इस खबर पर आपका नजरिया क्या है? कृप्या अपने अनुभव और अपनी प्रतिक्रिया नीचे कॉमेंट बॉक्स में साझा करें। अन्य सुझाव व मार्गदर्शन अपेक्षित है.

मंत्रीजी, होम क्वरंटाइन में घुमे जा रहे हैं

 बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री कोरोनाकाल में अश्वनी चैबे की जिम्मेवारियां काफी बढ जानी चाहिए। क्योंकि आम लोग उनकी हरेक गतिविधियों खासक...