Friday, August 4, 2017

मोबाइल का भी एक लेन होना चाहिए


गुड आइडिया 

31 हजार छात्र. सभी की उम्र 18-24 साल. सोचिए. आज के दौर में सभी के बीच एक आम चीज क्या होगी? मोबाइल फोन से चिपके रहना. सही पकड़े हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिका के यूटा वैली यूनिवर्सिटी ने सीढ़ियों पर तीन लेन बनाने का एक डिजायन बनाया. वॉक, रन और टेक्स्ट का. टेक्स्ट यानी मोबाइल पर विभिन्न सोशल साइटों व एप्प के जरिए संदेशों का आदान - प्रदान करना. बड़ी होशियारी के साथ सुरक्षा के लिहाज से छात्रों में जागरुकता लाने के लिए यह अनूठा प्रयोग किया गया. यह डिजायन दो साल पहले विश्व के नामचिन अखबारों की सुर्खियां बटोरने में कामयाब रहा था. सोशल साइट पर भी खूब वायरल हुआ. हालांकि तब इसे लतीफे के तौर पर लिया गया था. लेकिन, बात अब गंभीर हो गयी है. 'हेडफोन लगाकर कार चलाती युवती ने मासूम को कूचला'. आए दिन ऐसी खबर अखबारों की सुर्खियां बटोरती हैं. गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन का उपयोग और इस कारण होने वाले हादसे लगातार बढते जा रहे हैं. देश में सौ करोड़ से ज्यादा मोबाइल फोन उपभोक्ता हो चुके हैं. ऐसे में चाहे जितनी सख्ती बरती जाए, राह चलते इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह नकेल कसना शायद नामुमकिन ही होगा. अक्सर हम आप में से कई बार रेलवे प्लेटफार्म या किसी कैंपस में जल्दबाजी में आगे बढने का प्रयास करते हैं, लेकिन बीच में ही कोई या तो टकरा जाता है या आगे बढने का रास्ता नहीं देता. क्योंकि लोग टेकस्टिंग में मसरूफ रहते हैं. ऐसा वाक्या तो लगभग लोगों के साथ कहीं न कहीं कभी न कभी होता ही रहता होगा. यह महामारी गांव-गांव तक फैल गयी है. ऐसे में क्या देश की सडकों, सार्वजनिक कैंपस पर मोबाइल इस्तेमाल करने का यूटा वैली की तरह एक अलग से लेन नहीं होना चाहिए?

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