Saturday, August 12, 2017
बतकही
मोदी बाबूभाई का याराना !
बतौर एनडीए के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मई, 2014 में डीडी न्यूज को एक इंटरव्यू दिया था. एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक इंटरव्यू के एक हिस्से में नरेंद्र मोदी ने अहमद पटेल को अपना अच्छा दोस्त बताया था. हालांकि यह हिस्सा प्रसारित नहीं किया गया था. इस हिस्से में नरेंद्र मोदी कथित तौर पर कहा था, कांग्रेस में हमारे कई अच्छे दोस्त हैं. अहमद पटेल उनमें से एक हैं. अहमद पटेल के साथ अच्छे निजी संबंध थे. मैं उनके घर खाने जाता था. आजकल ही उनको बात करने में कठिनाई हो गई है. फोन भी नहीं उठाते. हम उन्हें पहले बाबूभाई बुलाते थे. लेकिन पब्लिक में तो ऐसा नहीं बुला सकते. हलांकि तब अहमद पटेल ऐसी बातों को ख़ारिज करते हुए कहा था, 1980 के दशक में एक बार मोदी के साथ खाना खाया था. अब कहा जा रहा है कि अगर भाजपा सही मायने में अहमद पटेल को हराना चाहती तो किसी धुरंदर राजनीतिज्ञ जैसे शंकर सिंह वाघेला को मैदान में उतारती न कि उनके समधी को. वहीं इस चुनवा में शरद यादव की भूमिका को काफी अहम मानी जा रही है. जदयू के एक मात्र विधायक छोटू वसावा ने अहमद पटेल को वोट दिया. एक वोट से जीत दिलाने में शरद यादव के नजदीकी माने जाने वाले इस विधायक का सबसे अहम किरदार रहा. इसके बाद चर्चा का बाजार गर्म है कि जदयू के संसदीय दल के नेता के तौर पर निष्काषित शरद यादव को यूपीए का संयोजक बनाया जायेगा. वहीं दूसरी ओर सीएम नीतीश कुमार को एनडीए के संयोजक बनाये जाने की चर्चा है. ऐसे में आने वाले दिनों में नीतीश बनाम शरद की अदावत देखना दिलचस्प होगा.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मंत्रीजी, होम क्वरंटाइन में घुमे जा रहे हैं
बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री कोरोनाकाल में अश्वनी चैबे की जिम्मेवारियां काफी बढ जानी चाहिए। क्योंकि आम लोग उनकी हरेक गतिविधियों खासक...
-
प्रीति सिंह (3 मिनट में पढ़ें) फिल्म 'नदिया के पार' के आखिरी लम्हे, कमरे में गूंजा और चंदन. भींगी पलकों के साथ दोनों के बीच संव...
-
80 के दशक में किंग ऑफ़ चटनी 'सुंदर पोपो' ने 'कैसे बनी कैसे बनी फुलौरी बिना चटनी कैसे बनी' गा कर धूम मचाया था.... इसके बाद ...
-
नानी-दादी से कहानी सुनते-सुनते स्वप्न लोक में खो जाना. बीच-बीच में उत्सुकता बस कुछ-कुछ पूछना. सोने से पहले का वैसा सुखद आनंद अबके बच्च...
No comments:
Post a Comment
इस खबर पर आपका नजरिया क्या है? कृप्या अपने अनुभव और अपनी प्रतिक्रिया नीचे कॉमेंट बॉक्स में साझा करें। अन्य सुझाव व मार्गदर्शन अपेक्षित है.