यह मानवीय वेदना को झकझोड़ देने वाली तस्वीरें नेपाल के सतपारी जिले के कुलारी गांव की है. यूरोपियन प्रेसफोटो एजेंसी के फोटोग्राफर नरेंद्र श्रेष्ठ ने यह तस्वीरें गत 13 अगस्त को अपने कैमरे में कैद की थी. नरेंद्र श्रेष्ठ के अनुसार, दुधमुंहा कमल सदा निमोनिया से ग्रसित था. उसका परिवार उसे चार दिनों से हो रही बारिश व बाढ़ के कारण अस्पताल ले जाने में असमर्थ था. आख़िरकार, ठंड और लगातार बारिश की वजह से उसकी मृत्यु हो गई. स्थानीय रीति के अनुसार, उसे दफनाया जाना था, लेकिन बाढ़ के कारण ऐसा कर पाना असंभव था. इस वजह से कमल के चाचा देव कुमार सदा ने निर्णय लिया कि उसे कोशी नदी में प्रवाह कर दिया जाये. कमल के पिता रोजी-रोटी के लिए भारत में हैं. श्रेष्ठ को कमल के चाचा ने बताया कि उन्हें ऐसा करने के पीछे एक उम्मीद है. नदी के प्रवाह उसे धरती नसीब करा देगी. तस्वीर में देव कुमार सदा अपने भतीजे कमल सदा के पार्थिव शरीर को कोशी नदी में प्रवाहित करते हुए.
courtesy - http://www.epa.eu/
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