गांधी- भाग एक
गुजराती में ‘गांधी‘ शब्द का अर्थ है ‘परचून का दुकानदार‘. आज भी गुजरात में मिर्च, मसाले और देशी जड़ी-बूटियों की दुकान को गांधी की दुकान कहा जाता है. गांधी-परिवार के आदि पुरुष लाल जी थे. वे शुद्ध वैष्णव थे. जूनागढ़ दरबार की लगान की वसूली करते थे. लेकिन राज्य की खटपट से रुठकर कुछ दिनों के लिए उन्होंने परचून की दुकान चलाई थी. तब से लालजी ‘गांधी‘ उपनाम से पहचाने जाने लगे जो आज तक चला आ रहा है.
गुजराती में ‘गांधी‘ शब्द का अर्थ है ‘परचून का दुकानदार‘. आज भी गुजरात में मिर्च, मसाले और देशी जड़ी-बूटियों की दुकान को गांधी की दुकान कहा जाता है. गांधी-परिवार के आदि पुरुष लाल जी थे. वे शुद्ध वैष्णव थे. जूनागढ़ दरबार की लगान की वसूली करते थे. लेकिन राज्य की खटपट से रुठकर कुछ दिनों के लिए उन्होंने परचून की दुकान चलाई थी. तब से लालजी ‘गांधी‘ उपनाम से पहचाने जाने लगे जो आज तक चला आ रहा है.
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