आज खबरों से एक और सच दूर चला गया. 'कलम के सिपाही' कुलदीप नैयर सर को विनम्र श्रद्धांजलि... वह ज्ञान देने में नहीं ज्ञान को साझा करने में यकीन रखते थे. पत्रकारिता जगत में मेरा पहला कदम उन्हीं से बातचीत पर आधारित प्रकाशित लेख (लगभग 12 साल पहले AUG 2006) के साथ शुरु हुआ था.... और यह सिलसिला जारी रहा. सर आप हमेशा यादों में बने रहेंगे ...शत शत नमन....
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मंत्रीजी, होम क्वरंटाइन में घुमे जा रहे हैं
बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री कोरोनाकाल में अश्वनी चैबे की जिम्मेवारियां काफी बढ जानी चाहिए। क्योंकि आम लोग उनकी हरेक गतिविधियों खासक...
-
प्रीति सिंह (3 मिनट में पढ़ें) फिल्म 'नदिया के पार' के आखिरी लम्हे, कमरे में गूंजा और चंदन. भींगी पलकों के साथ दोनों के बीच संव...
-
नानी-दादी से कहानी सुनते-सुनते स्वप्न लोक में खो जाना. बीच-बीच में उत्सुकता बस कुछ-कुछ पूछना. सोने से पहले का वैसा सुखद आनंद अबके बच्च...
-
बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री कोरोनाकाल में अश्वनी चैबे की जिम्मेवारियां काफी बढ जानी चाहिए। क्योंकि आम लोग उनकी हरेक गतिविधियों खासक...


No comments:
Post a Comment
इस खबर पर आपका नजरिया क्या है? कृप्या अपने अनुभव और अपनी प्रतिक्रिया नीचे कॉमेंट बॉक्स में साझा करें। अन्य सुझाव व मार्गदर्शन अपेक्षित है.